खुशबू बता रही है,,,,, वो शख्स
दरवाजे तलक आया था
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
खुशबू बता रही है,,,,, वो शख्स
दरवाजे तलक आया था
तू चाहे कितनी भी तकलीफ दे दे….!!!
सुकुन भी सिर्फ उसी के पास ही मिलता है…!!
सब कहते हैं ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार प्यार करना चाहिए लेकिन तुमसे तो मुझे बार बार प्यार करने को दिल चाहता है।
आग लगे तो शायद अंधेरा पिघले
तेरी चिता की कोख से जब सूरज निकले।
चलो कोई ऐसा तरीका ढूंढते हैं,
मन्द हवा भी चले और दिए भी जले।
दिल रोज सजता है, नादान दुल्हन की तरह..!!
गम रोज चले आते हैं, बाराती बनकर..!
आज़ाद कर दिया हमने भी उस पंछी को,
जो हमारी दिल की कैद में रहने को तोहिं समझता था।
दिल तो बहुत जलता है यारों पर यह सोच के खामोस हु
की दिल की हर जलन को पन्ने में उतारू तो कही पन्ना जल न जाए
यूँ पानी से नहीं थमने वाली तेरी हिचकियाँ,
इलाज़ चाहिए तो हमारी मौत की दुआ किया कर…
कितना प्यार है तुमसे, वो लफ्ज़ों के सहारे कैसे बताऊँ,
महसूस कर मेरे एहसास को, अब गवाही कहाँ से लाऊँ।