बर्फ़ डूब कर मर गयी शराब में,
होंठ लाश तलाश रहे हैं …..
Category: लव शायरी
क़ुर्बानी देनी ही है
क़ुर्बानी देनी ही है तो अपने ऐबों की दो..
इन मासूम जानवरों को मार कर जन्नत नसीब नहीं होगी..
इश्क़ मरता कहाँ है
इश्क़ मरता कहाँ है यारों….
ये तो दो टुकड़ों में जिया करता है….!!
प्यार कमजोर दिल से
प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता!
ज़हर दुश्मन से लिया नहीं जा सकता!
दिल में बसी है उल्फत जिस प्यार की!
उस के बिना जिया नहीं जा सकता!
दीवाना पूछता है
दीवाना पूछता है ये लहरों से बार-बार…
कुछ बस्तियाँ यहाँ थीं बताओ किधर गईं…!!!
हर ज़ुबां में
हर ज़ुबां में कह के देख लिया
हाल ए दिल उनसे,
एक ख़ामोशी को भी अब
आज़मां के देखते हैं|
सोचता तक नहीं हूँ
सोचता तक नहीं हूँ यारा कभी, मेरे मुकद्दर मै क्या क्या है
मुस्करा कर मुलाकात करता हूँ वक्त के हर एक लम्हे से|
आसमान की ऊँचाई
आसमान की ऊँचाई नापना छोड़ दे…
जमीन की गहराई बढ़ा, अभी ओर नीचे गिरेंगे लोग..
वो तैरते तैरते डूब गये
वो तैरते तैरते डूब गये, जिन्हे खुद पर गुमान था…
और वो डूबते डूबते भी तर गये.. जिन पर तू मेहरबान था ।
बस इतनी सी
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है !
हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है…!!!