इतना काफी है के तुझे जी रहे हैं,,,,
ज़िन्दगी इससे ज़्यादा मेरे मुंह न लगाकर…!!
Category: लव शायरी
आँखों से पिघल कर
आँखों से पिघल कर गिरने लगी हैं
तमाम ख़्वाहिशें
कोई समंदर से जाकर कह दे
कि आके समेट ले इस दरिया को…!!
इस सलीक़े से
इस सलीक़े से मुझे क़त्ल किया है उसने,
अब भी दुनिया ये समझती है की ज़िंदा हूँ मैं….!!
सुकून मिला है
सुकून मिला है मुझे आज बदनाम होकर…
तेरे हर एक इल्ज़ाम पे यूँ बेज़ुबान होकर….
मज़ा आता अगर
मज़ा आता अगर
गुजरी हुई बातों का अफ्साना,
कहीं से तुम बयां करते,
कहीं से हम बयां करते।।
इश्क़ की दुनिया में
इश्क़ की दुनिया में क्या क्या हम को सौग़ातें मिलीं,
सूनी सुब्हें रोती शामें जागती रातें मिली…
सफ़र में धूप
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो,
सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो…
प्यार अपनों का
प्यार अपनों का मिटा देता है ,इंसान का वजूद ,
जिंदा रहना है तो गैरों की नज़र में रहिये…….
मैंने कल शब चाहतों की
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया …..
दर्द लिखते रहे….
दर्द लिखते रहे….आह भरते रहे
लोग पढ़ते रहे….वाह करते रहे।