ना रास्ता हैं

ना रास्ता हैं ना मंजिल है बस चला जा रहा हूँ !!

हिम्मतें तो बहुत हैं बस हाथ की लकीरों से मात खा रहा हूँ !!

उसकी गली का

उसकी गली का सफर आज भी याद है मुझे…

मैं कोई वैज्ञानिक नहीं था पर मेरी खोज लाजवाब थी…

एक था राजा

एक था राजा, एक थी रानी,
दोनों मर गए, खत्म कहानी

कुछ याद आया, सबने भूतकाल में सुना होगा !

अब भविष्य की सुनो

कोख से बेटी, धरती से पानी
दोनों मिट गए, खत्म कहानी………