उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की हैं
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हमने उंगली उठाई और अपने ही दिल पे रख दी..!!
Category: बेवफा शायरी
हम आईना हैं
हम आईना हैं, आईना ही रहेंगे
फ़िक्र वो करें
जिनकी शक्लो में कुछ
और
दिल में कुछ और है!
मेरे हिस्से का वक़्त
मेरे हिस्से का वक़्त कहाँ रखते हो ?
देखो तो सही ……
इक समुन्दर उग आया होगा वहां ..
मेरे दर्द भरे
मेरे दर्द भरे उदास शेर को हौंसला देने वालों,
ज़रा मेरे शिकार लफ़्ज़ों की भी तबियत पूछ लेते।
तुझको पाने की
तुझको पाने की जुस्तजू बहुत है दिल में,
मुझसे अब करिश्मा न होगा ख़ुदा ही करे।
दुश्मनी हो जाती है
दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैकड़ों से,
इन्सान का बेहतरीन होना ही गुनाह है।
फूल बन जाऊंगा..
फूल बन जाऊंगा.. शर्त ये है मगर..
अपनी जुल्फों में मुझको सजा लीजिए
तेरा यक़ीन हूँ
तेरा यक़ीन हूँ मैं कब से इस गुमान में था,
मैं ज़िंदगी के बड़े सख़्त इम्तिहान में था…..!!
तेरे होने पर
तेरे होने पर भी ये जो अकेलापन मारता है…
पता नहीं, ये मेरी मुहब्बत की हार है या तेरी बेरुख़ी की जीत|
मेरे जज़्बात आँसुओं वाले
मेरे जज़्बात आँसुओं वाले,,,,,
शेर सब हिचकियों से लिखता हूँ….!!