अब ये आलम हैं कि गम कि भी खबर नहीं होती,
अश्क बह जाते हैं लेकिन आँख तर नहीं होती.!!
Category: बेवफा शायरी
हद से ज्यादा खुशी
हद से ज्यादा खुशी और ..
हद से ज्यादा गम ..
कभी किसी को मत बताओ.!
.
जिंदगी में लोग..
हद से ज्यादा खुशी पर”नजर”..
और हद से ज्यादा गम पर “नमक”..
… जरुर लगाते है!.
सिखा देती हैं
दुनियादारी सिखा देती हैं मक्कारियां वर्ना पैदा तो हर कोई साफ़ दिल ही होता है…
जो भी सोचा
जो भी सोचा ,पूरी शिद्दत से किया
मैखाने से कभी मैं ,अपने पैरों पे नहीँ लौटा|
तू बेवफा है
हमें तो कब से पता था के तू बेवफा है,
तुझे चाहा इसलिए था की शायद तेरी फितरत बदल जाये..
मैं अक्सर अपनी
मैं अक्सर अपनी पेंसिल की नोक तोड़ दिया करता था..|
क्योंकि क्लास में शार्पनर लाने वाली वो अकेली लड़की थी..
मेरी डायरी के पन्ने
मेरी डायरी के पन्ने बोलते बहुत हैं
मै राज छुपाता हूं , ये खोलते बहुत हैं।
दिल के शहर का दिल ही, दुश्मन बना मिलता है
दिल में रहने वाले दिल तोड़ते बहुत है।
वैसे तो लोग प्यार झूठ से करते बहुत है
बात दिल दुखाने की हो तो सच बोलते बहुत है।
तड़पते है, मचलते है, जुदा जब होते हैं
जाते जाते वो बार बार लोटते बहुत है।
बचने की उम्मीद पे पानी फिर जाता है
हुस्न देखकर दिल डोलते बहुत है।
चलो गमों को ही घर का रास्ता बता दूं
खुशी के लम्हे साथ छोडते बहुत हैं।
बदल जाता है
एक तेरे ना होने से बदल जाता है सब कुछ
कल धुप भी दीवार पे पूरी नही उतरी-
मैं तबाह हूँ
मैं तबाह हूँ तेरे प्यार में तुझे दूसरों का ख्यालहै….!!!
कुछ तो मेरे मसले पर गौर कर
मेरी जिन्दगी का सवाल है….!!!
नाज है मुझे
नाज है मुझे मेरे प्यार पर ,
ना वो बेवफा ना मै बेवफा …..
बस मॉ –
बाप के फर्ज ने हमको जुदा किया …….!!