ये एक ऐसी ख़्वाहिश

ये एक ऐसी ख़्वाहिश जो मिटती ही नही
हौले से छुआ था कल रात तुझे ख्वाबों में
जी भर के तुझे देख लिया इतने करीब थे तुम
फिर भी नज़र है कि तुझसे हटती नही|

एक वक़्त पर

सुबह शाम एक एक वक़्त पर दिख जाया करो मेरी जान,डॉक्टर ने कहा है दवा वक़्त पर लेते रहना|

संबंध कभी भी

संबंध कभी भी सबसे जीतकर नहीं निभाए जा सकते…
संबंधों की खुशहाली के लिए
झुकना होता है,
सहना होता है,
दूसरों को जिताना होता है और
स्वयं हारना होता है।सच्चे सम्बन्ध ही वास्तविक पूँजी है।