हमने भी मुआवजे की
अर्जी डाली है साहब,
उनकी यादों की बारिश ने
काफ़ी नुकसान पहुँचाया है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हमने भी मुआवजे की
अर्जी डाली है साहब,
उनकी यादों की बारिश ने
काफ़ी नुकसान पहुँचाया है !!
एक ताबीर की सूरत नज़र आई है इधर
सो उठा लाया हूँ सब ख़्वाब पुराने वाले |
हमीं अकेले नहीं जागते हैं रातों में…
उसे भी नींद बड़ी मुश्किलों से आती है..
सजा यह मिली की आँखों से नींदें छीन ली उसने,,
जुर्म यह था कि उसके साथ रहने का ख्वाब देखा था |
जरुरी नहीं हर रिश्ता बेवफाई से ही खत्म हो,,,,
कुछ रिश्ते किसी की ख़ुशी के लिए भी खत्म करने पड़तेहै !!
करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा
कोई बंदगी न मिले हर जनम में मिले दोस्त
तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले !!
ए चाँद मुबारक तुझे….. कारवां तेरा
मुझसे अब तेरी बंदगी नहीं होती….
तू नही तेरे अंदर बैठे रब्ब से मोहब्बत है मुझे..
तू तो बस एक ज़रिया है मेरी इबादत का…..!!
मत हो उदास इतना किसी के लिए….. .
ए दिल
किसी के लिए जान भी दे देगा तो लोग
कहेंगे इसकी उम्र ही
इतनी थी
जानवर ने नहीं जने.. कभी किसी इंसान को यहां,
बस कुछ जरूरत ने बनाया है.. इंसान को जानवर..