बहुत शौक था

पहले तो बहुत शौक था तुम्हें हाल पूछने का,
अब क्या हुआ तुम वो नहीं रहे या वक्त वो नही रहा…

इतिहास होता है

लोग अकसर उस जगाह
पे जाते हे जहा पे इतिहास होता है ,मगर हम तो जहा भी जाते हे वहा इतिहास
बना के आते है

बदलने की अपेक्षा

यदि शांति चाहते हो कभी दूसरों को बदलने की अपेक्षा मत रखो…

स्वंय बदलो, जैसे कंकर से बचने के लिए स्वंय जूते पहनना उचित है
न कि पूरी धरती पर कारपेट बिछाने की…

हम तो नादाँ है

हम तो नादाँ है क्या समझेंगे

मोहब्बत के उसूलो को

हमे इश्क है तुमसे बैपनाह, हमे चाहने से मतलब है|

अजीब ओ गरीब

मेरी ‘जिद्द ‘ भी कुछ अजीब ओ गरीब सी है ।

कहती है ..तुम मुझसे ‘नफरत’ करो पर गैरों से’मोहब्बत’ नही

मैं भूल सा गया हूँ

मैं भूल सा गया हूँ तुम्हारे बारे में लिखना आजकल
सुकून से तुम्हें पढ़ सकूँ इतना भी वक्त नहीं देती है ये जिंदगी