जिंदगी अजीब हादसों से घिरी रहती है,
पसंद के लोग अक्सर बिछड़ते रहते हैं..!
Category: दर्द शायरी
खामोश रहती है
खामोश रहती है वो तितली जिसके रंग हज़ार हैं
और शोर करता रहा वो कौवा, ना जाने किस गुमान पर !
खत्म हो जाते है
शक से भी खत्म हो जाते है रिश्ते
हर बार कसूर गलतियो का नी होता|
यूँ नजरें ना झुकाओ
यूँ नजरें ना झुकाओ अपनी बेवफाई पर ,
इल्म था हमें इस दर्द को मेरा ही होना ही था !
चाहत इस दिल की मुस्कुराते रहो तुम सदा ,
हमें तो तेरी उदासी अपने लबों पे सजाना ही था !
मिले ना बेवफाई तुझको तेरे प्यार से जानम ,
हमें तो तेरी बेवफाई को गजलों में पिरोना ही था !
राख हो गए चमन देखो मेरे के अरमानों का ,
फूल कैसे मिलते जब काँटों को मेरा होना ही था !
तुम्हारी एक निगाह से
सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं लोग..
एक नज़र हमको भी देख लो.. ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती..!!
तेरा मेरा रिश्ता भी
तेरा मेरा रिश्ता भी कागज़ और कलम सा है जब भी मिलते है गैरों की बातें ही करते हैं|
तुम आओ या ना
तुम आओ या ना आओ मेरी ज़िन्दगी में ये तुम्हारी मर्ज़ी…!!मेरा इश्क़ बेहिसाब था बेहिसाब है और बेहिसाब ही रहेगा…!!
रूठना मत कभी
रूठना मत कभी हमसे, मना नही पायेंगे,
तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में, कि शायद हम अदा नहीं कर पायेंगे….
तुम लाख छुपाओ …
तुम लाख छुपाओ मुझसे जो रिश्ता है तुम्हारा
सयाने कहते हैं नजर अंदाज करना भी मुहब्बत है…..
तूझे पाने की ख्वाहिश
कसम से तूझे पाने की ख्वाहिश तो बहूत थी
मगर मुझे
तुझसे दूर करने की दुआ करनेवाले जादा निकले |