अगर तू आंसू है तो फिर…..
मेरा भी रोना जरूरी है….
Category: दर्द शायरी
तुझे तो मिल गये जीवन मे
तुझे तो मिल गये जीवन मे कई नये साथी,
लेकिन…..
मुझे हर मोड़ पऱ तेरी कमी अब भी महसूस होती
है….!!
वो फूल हूँ
वो फूल हूँ जो अपने चमन में न रहा,
वो लफ्ज़ हूँ जो शेरों सुख़न में न रहा,
कल पलकों पे बिठाया, नज़र से गिराया आज,
जैसे वो नोट हूँ जो चलन में न रहा।
छलका तो था
छलका तो था कुछ इन आँखों से उस रोज़..!!
कुछ प्यार के कतऱे थे..कुछ दर्द़ के लम्हें थे….!!!!
चुना था बाग से
चुना था बाग से सब से हसीं फूल समझ कर तुझे….
मालूम न था तेरा खरीदार कोई और होगा|
छलकता है कुछ
छलकता है कुछ इन आँखों से रोज़..
कुछ प्यार के कतऱे होते है ..कुछ दर्द़ के लम्हें|
अब न ख्व़ाबों से
अब न ख्व़ाबों से, ख़िलौनों से, बहल पाऊँगा,
वक़्त गुम हो गया, मुझसे मेरा बचपन लेकर
जरा ठहर ऐ जिंदगी
जरा ठहर ऐ जिंदगी तुझे भी सुलझा दुंगा ,
पहले उसे तो मना लूं जिसकी वजह से तू उलझी है..
आजाद कर देंगे
आजाद कर देंगे तुम्हे अपनी चाहत की कैद से,
मगर, वो शख्स तो लाओ जो हमसे ज्यादा कदर करे तुम्हारी..
लिखा जो ख़त
लिखा जो ख़त हमने वफ़ा के पत्ते पर,
डाकिया भी मर गया शहर ढूंढते ढूंढते..