मोहब्बत तो तलब की राह में इक ऐसी ठोकर है
के जिस से ज़िंदगी की रेत में ज़मज़म उबलते है
Category: दर्द शायरी
जहाँ दुसरो को समझाना कठिन हो..
जहाँ दुसरो को समझाना कठिन हो..
तो वहाँ खुद को समझा लेना चाहिए…
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी
तेरी बेरुखी ने छीन ली है शरारतें मेरी
और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ ..!
मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है
मुझे हराकर कोई मेरी जान भी ले जाए मुझे मंजुर है ,
लेकिन धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता .. ..
जिस दिन तुम्हारी याद मुझ पर हावी होती है
जिस दिन तुम्हारी याद मुझ पर हावी होती है ।
न जाने क्यों वह रात बड़ी देर से गुजरती है !!
चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं
चाँद का मिजाज भी तेरे जैसा हैं,
जब देखने की तमन्ना हो तो नजर ही नही आता….!!
सवाल ही पैदा नहीं होता
वो जवाब मांगते हैं कि हमें भूल तो नही जाओगे…?
जवाब मैं क्या दूँ , जब सवाल ही पैदा नहीं होता..
हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी
हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी,,,,
पर कोई हुनर काम नहीं आता ,
जब तेरा नाम आता हैं…!!
एक बार चाहा था अक्ल ने तुमको भुलाना
एक बार चाहा था अक्ल ने तुमको भुलाना
तो सौ बार जुनूँ ने तेरी तसवीर दिखा दी
आप किसी इंसान का दिल बस तब तक दुखा सकते हो
आप किसी इंसान का दिल बस तब तक दुखा सकते हो
जब तक वो आपसे प्रेम करता है…!!