मोहब्बत ना हुई..

किस्मत ही मिली थी ऐसी .. कि चैन से जीने
कि सूरत ना हुई,
जिसे चाहा उसे पा न सके .. जो मिला उससे
मोहब्बत ना हुई…!!

मौजूदगी बयाँ करता है।

तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया;
क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता;
कुत्ते भौंकते हैं अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए;
मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बयाँ करता है।

जल जाते है

जल जाते है मेरे अंदाज से मेरे दुश्मन….
क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न प्यार बदला और न दोस्त…

बस दो आँखें….

किसी ने पूछा कौन याद आता है अक्सर तन्हाई में.

हमने कहा कुछ पुराने रास्ते खुलती ज़ुल्फे और बस दो आँखें….!!

अपना नया इतिहास

अपनी जमीन, अपना नया आसमान खुद पैदा करुगा
मांगने से ऐसी ज़िंदगी कब मिलती है
खुद ही अपना नया इतिहास पैदा कर…