लड़कियों से क्या दोस्ती करना ,
जो पल भर में छोड़ जाती है ,
दोस्ती करनी है तो लड़को से करो ,
जो मरने के बाद भी कंधे पे ले जाते है |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
लड़कियों से क्या दोस्ती करना ,
जो पल भर में छोड़ जाती है ,
दोस्ती करनी है तो लड़को से करो ,
जो मरने के बाद भी कंधे पे ले जाते है |
कोई उसे खुश करने के बहाने ढूंड रहा था,
मैने कहा-
उसे मेरे मरने की खबर सुना दे…..
मैं खुद ही कृष्ण भी और खुद ही अर्जुन हूँ इस रण का,
रोज़ अपना सारथी बनकर जीवन की महाभारत लड़ता हूँ
हम तो मरेंगे भी उस अंदाज से,
जिस अंदाज में लोग जीने को तरसते हे……
हर रिश्ते का नाम जरूरी नहीं होता,
मेरे दोस्त…….
कुछ बेनाम रिश्ते,
रुकी जिंदगी को साँस देते है…
अपनी कमजोरियां उन्ही लोगों को बताइये,
जो हर हाल में आपके साथ मजबूती से खड़े होना जानते है”
” क्यूँकि रिश्तों में विश्वास
,
और मोबाईल में नेटवर्क ना हो,
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तो लोग Game खेलना शुरू कर देते हैं !!
ये सोच हमेशा कायम रखना दोस्तों
राह चलती अकेली लड़की
मौका नहीं
एक जिम्मेदारी है
“माँ ” के लिए क्या लिखू ?
“माँ ” ने खुद मुझे लिखा है ..
गरीबी जब दरवाजे से अन्दर आती है..
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तब
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प्यार और मोहब्बत खिड़की से बाहर चले जाते हैं! “
तुझे याद करता हूँ तो हर दर्द से निजात
मिलती है…!!
लोग यू ही हल्ला मचाते है
की दवाईयाँ महँगी हो गयी है…