डोर लम्बी हो तो मतलब यह
नहीं की पतंग ऊपर तक
जाएगी,
उड़ाने का तरीक़ा आना चाहिए,
दौलत ज़्यादा का मतलब सफल जीवन
नही,
जीने का सलीक़ा आना चाहिए..!!!
Category: जिंदगी शायरी
दिखावे की मोहब्बत
दिखावे की मोहब्बत से बेहतर है दिल से नफरत
किजिये हमसे…
हम सच्चे जज्बातो की बडी कदर करते हैं
किस्मतवालों को ही
किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह दोस्तों के
दिल मे….
यूँ ही हर शख्स तो जन्नत का हक़दार नहीं होता….
आग लगी थी
आग लगी थी मेरे घर को,
किसी सच्चे दोस्त ने पूछा..!
क्या बचा है ?
मैने कहा मैं बच गया हूँ..!
उसने हँस कर कहा फिर साले जला ही क्या है..
हर रोज़ चली आती
बिन थके बेधड़क हर रोज़ चली आती हैं..!!
ख्वाहिशें
इतवार को भी..आराम नहीं करतीं..!!
क्यों भरोसा करते हो
क्यों
भरोसा करते हो गैरों पर…
जब तुम्हें चलना है खुद के पैरों पर…
हथियार तो सिर्फ
हथियार तो सिर्फ शोक के लिए रखा करते हैं , खौफ
के लिए तो बस हमारा नाम ही काफी है..
दहशत हमेशा शेरो की
ख़ौफ़ तो कुत्ते भी
फैला सकते है……….. पर दहशत
हमेशा शेरो की रहती है ……..
सोचा तो नहीं था
ऐसा कोई जिंदगी से वादा तो नहीं था
तेरे बिना जीने का इरादा तो नहीं
था
तेरे लिये रातो में चाँदनी उगाई थी
क्यारियों में खुशबू की रोशनी लगाई थी
जाने कहाँ टूटी
है डोर मेरे ख्वाब की
ख्वाब से जागेंगे सोचा तो नहीँ था
शामियाने शामो के रोज ही सजाएं
थे
कितनी उम्मीदों के मेहमा बुलाएं थे
आके दरवाज़े से लोट गए हो ऐसे
यूँ भी कोई आयेगा
सोचा तो नहीं था…..
बुरा मान गये!
गले से
उन को लगाया तो बुरा मान गये!
यूँ नाम ले के बुलाया तो बुरा मान गये!
ये हक़ उसी ने दिया
था कभी मुज को लेकिन;
जो आज प्यार जताया तो बुरा मान गये!
जो मुद्द्तों से मेरी नींद
चुरा बैठे है;
में उस के ख्वाब में आया तो बुरा मान गये!
जब कभी साथ में होते थे, गुनगुनाते
थे;
आज वो गीत सुनाया तो बुरा मान गये!
हंमेशा खुद ही निगाहों से वार करते थे;
जो तीर
हम ने चलाया तो बुरा मान गये!