फ़र्क़ होता है

फ़र्क़ होता है खुदा और फ़क़ीर में;
फर्क होता है किस्मत और लकीर में;
अगर कुछ चाहो और ना मिले;

तो समझ लेना कि कुछ और अच्छा लिखा है तुम्हारी तक़दीर में।

जीभ में एक

जीभ में एक भी हड्डी नहीं होती
फिर भी
यही जीभ इंसान की सारी हड्डियां तुड़वाने
की “ताक़त” रखती हैं..!!

वैसी ही रातें

वैसे ही दिन,वैसी ही रातें,वही रोज़ का फ़साना लगता है…
अभी चार दिन नहीं गुजरे,साल अभी से पुराना लगता है..