फिर न सिमटेगी

फिर न सिमटेगी मोहब्बत जो बिखर जायेगी !

ज़िंदगी ज़ुल्फ़ नहीं जो फिर से संवर जायेगी !

थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे !

ये ‪‎ज़िंदगी‬ फिर न मिलेगी जो गुज़र जायेगी !!

प्यासी ये निगाहें

प्यासी ये निगाहें तरसती रहती हैं;
तेरी याद में अक्सर बरसती रहती हैं;
हम तेरे ख्यालों में डूबे रहते हैं;
और ये ज़ालिम दुनिया हम पे हँसती रहती है।