खता हो गयी तो

खता हो गयी तो सजा बता दो,
दिल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो,
देर हो गयी है याद करने में ज़रूर,
लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल दिल से मिटा दो।

यूँ तो होते है

यूँ तो होते है रूबरू चेहरे बहोत हर रोज़ मुझसे,

लेकिन रुह को सुकून जिससे मिले वो चेहरा तुम्हारा है !!

लिखो तो पैगाम

लिखो तो पैगाम कुछ ऐसा लिखो की,
कलम भी रोने को मजबूर हो जाये,
हर लफ्ज में वो दर्द भर दो की,
पढने वाला प्यार करने पर मजबूर हो जाये..

एक साँस भी

एक साँस भी पूरी नही होती तुम्हारे ख़यालों के बिना…..
कैसे सोच लिया जी लेंगे तुम्हारे बिना……