बढ़े बूढ़े कुएँ में नेकियाँ क्यों फेंक आते हैं ? कुएँ में छुप के क्यों आख़िर ये नेकी बैठ जाती है ?
Category: Zindagi Shayri
सांस टूटने से
सांस टूटने से तो इंसान एक ही बार मरता है, पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है !!
मिलने को तो दुनिया में
मिलने को तो दुनिया में कई चेहरे मिले, पर तुम सी मोहब्बत तो हम खुद से भी न कर पाये !!
मुझे याद आ आ कर
मुझे याद आ आ कर इतना बेचैन ना करो, बस एक यही सितम काफी है की तुम साथ नहीं हो !!
सिर्फ दो ही तरीके थे
इश्क ना होने के सिर्फ दो ही तरीके थे, या दिल ना होता या तुम ना होते !!
सांस टूटने से
सांस टूटने से तो इंसान एक ही बार मरता है, पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है !!
मिलने को तो
मिलने को तो दुनिया में कई चेहरे मिले, पर तुम सी मोहब्बत तो हम खुद से भी न कर पाये !!
मुझे याद आ आ कर
मुझे याद आ आ कर इतना बेचैन ना करो, बस एक यही सितम काफी है की तुम साथ नहीं हो !!
करीब आने की
करीब आने की ख्वाहिशें तो बहुत थी मगर, करीब आकर पता चला की मोहब्ब्त तो फासलों में है !!
महफील भले ही
महफील भले ही प्यार करने वालो की हो, उसमे रौनक तो दिल टुटा हुआ शायर ही लाता है !!