Zindagi K Hazaar Pehlu Hein,
Or Har
Pehlo Sy Hum Tumharey Hein..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
Zindagi K Hazaar Pehlu Hein,
Or Har
Pehlo Sy Hum Tumharey Hein..
Boht Ajeeb Tarha Se Guzri hai Zindgi Meri…!!
Pyaar
ki boht Qadr ki Phr Bi Piyar ko Boht
tarsy…!!!
Is liye koi zada Nhi Rukta hai Yahan
Log Kaihte
Hain Mere Dil Pe Tera Saya Hai
Suno..!!Ab Ke Aao To Kisi Baag Me Milane
Aana..!! Fir Se Ek Baar Gulabo Ka Dil
Jalana Hai….!
Teri
Mohabbat Mein
Kuch Nasha To Zaroor Hai,
Chhoote Hi Tere
Labo’n Ko
Behak Jaati Hun Main…!!!
बिन थके बेधड़क हर रोज़ चली आती हैं..!!
ख्वाहिशें
इतवार को भी..आराम नहीं करतीं..!!
क्यों
भरोसा करते हो गैरों पर…
जब तुम्हें चलना है खुद के पैरों पर…
बहुत ख़ूबसूरती देखी इस ज़माने में..
सब भूल गया जब झाँका
तेरी निगाहों में..!”
हथियार तो सिर्फ शोक के लिए रखा करते हैं , खौफ
के लिए तो बस हमारा नाम ही काफी है..
ख़ौफ़ तो कुत्ते भी
फैला सकते है……….. पर दहशत
हमेशा शेरो की रहती है ……..