दोनों आखों मे

दोनों आखों मे अश्क दिया करते हैं
हम अपनी नींद तेरे नाम किया करते है
जब भी पलक झपके तुम्हारी समझ लेना
हम तुम्हे याद किया करते हैं

हम जिनके दीवाने है

हम जिनके दीवाने है वो गैरों के गुण गाते थे,
हमने कहा आपके बिन जी ना सकेंगे,
तो हंस के कहने लगे,
के जब हम ना थे तब भी तो जीते थे..

तुझे भूलकर भी

तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम,
बस यही एक वादा निभा पायेगें हम,
मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन,
तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम.

कभी कभी धागे

कभी कभी धागे बड़े कमज़ोर चुन लेते है हम !

और फिर पूरी उम्र गाँठ बाँधने में ही निकल जाती है ….!!!