न छेड़ क़िस्सा वो उल्फत का, बड़ी लम्बी कहानी है !
मैं ज़िंदगी से नहीं हारा, बस किसी पे एतबार बहुत था…
Category: Zindagi Shayri
हमने कहा था
हमने कहा था दिल दे दो और जान ले लो,
उसने दिल दिया नहीं और जान भी ले ली।
मत पूछो कि
मत पूछो कि मै यह अल्फाज कहाँ से लाता हूँ,
उसकी यादों का खजाना है, लुटाऐ जा रहा हूँ मैं….
फिर इशक का जुनूं
फिर इशक का जुनूं चढ़ रहा है सिर पे,
मयखाने से कह दो दरवाजा खुला रखे…
वो पत्थर कहाँ मिलता है
वो पत्थर कहाँ मिलता है बताना जरा ए दोस्त,
जिसे लोग दिल पर रखकर एक दूसरे को भूल जाते हैं..
कहीं किसी रोज
कहीं किसी रोज यूँ भी होता, हमारी हालत तुम्हारी होती
जो रात हम ने गुजारी मर के, वो रात तुम ने गुजारी होती…
शायर तो कह रहा था
शायर तो कह रहा था कि हमने कहा है शेर
और शेर कह रहा था चुराए हुए हैं हम….
तेरे गुरूर को देखकर
तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने,
जरा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे हमारी तरह…!!
मुक्कम्मल ज़िन्दगी तो है
मुक्कम्मल ज़िन्दगी तो है,
मगर पूरी से कुछ कम है।
ज़िन्दगी को समझने में
ज़िन्दगी को समझने में वक़्त न गुज़ार,
थोड़ी जी ले पूरी समझ में आ जायेगी।