इस दुनिया मे

इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हे “और कितना वक़्त लगेगा”

अजीब होते है

ये रिश्ते भी अजीब होते है बिना विश्वास के शुरू नही होते..
और बिना धोखे के खत्म नही होते!

बहुत खूब सूरत है

बहुत खूब सूरत है आखै तुम्हारी
इन्हें बना दो किस्मत हमारी
हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी

तेरे अलावा मुझे

तेरे अलावा मुझे सिर्फ नींद से ही प्यार था।
कमबख्त तेरे साथ रहने से वो भी अब बेवफाओ में शामिल हो गई…