मर्जी वफा कर लो

कुछ नही मिलता जितनी मर्जी वफा कर लो किसी से…

मेरे दोस्त…

जब वक़्त वफ़ा ना करे तो….
वफादार भी बेवफा हो जाता है.

वास्ता नही रखना

वास्ता नही रखना तो..

फिर मुझपे..

नजर क्यूं रखता है?

मैं किस हाल में

जिंदा हूँ…

तू ये सब..

खबर क्यूं रखता है..!!

मुझे भी आता था

हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है,
.

उन्हें कैसे समझाऊ एक ख्वाब अधुरा है ….

वर्ना जीना मुझे भी आता था…..
…..