बात हुई थी

बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की..
बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गए..

यादों के सहारे

यादों के सहारे दुनिया नही चलती,

बिना किसी शायर के महफ़िल नही बनती,

एक बार पुकारो तो आए दोस्तों,

क्यों की दोस्तों के बिना ये धड़कने नही चलती…