लोग चाहते हैं कि

लोग चाहते हैं कि आप

बेहतर करें,
लेकिन ये भी सत्य है कि वो कभी नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर करें !!!”

दूनिया का उसूल है जब तक काम है तब

तक तेरा नाम है वरना दूर से ही सलाम है

ऐ उम्र कुछ

ऐ उम्र कुछ कहा मैंने,

शायद तूने सुना नहीं….
तू छीन सकती है बचपन मेरा , बचपना नहीं…

स्याही की भी

स्याही की भी मंज़िल का

अंदाज़ देखिये :
खुद-ब-खुद बिखरती है, तो दाग़ बनाती है,
जब कोई बिखेरता है, तो

अलफ़ाज़…बनाती है…!!

उमर बीत गई

उमर बीत गई पर एक

जरा सी बात समझ में
नहीं आई…!!
हो जाए जिनसे मोहब्बत,वो लोग कदर
क्युँ नहीं करते…..!