ना जाने कौन सा

ना जाने कौन सा अमृत पी के पैदा हुई है…. ये मोहब्बत, मर गए कितने हीर और रांझे मगर आज तक जिन्दा है….. ये मोहब्बत .

लहजे में बदजुबानी

लहजे में बदजुबानी, चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं…
जिनके खुद के बही-खाते बिगड़े हैं
वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं !!