आँख पर शीशा लगाया है कि महफ़ूज़ रहे…..
तेरी तस्वीर जो पानी में बनाई हुई है…..!!!
Category: Urdu Shayri
मोहब्बत सिर्फ देखने से
मोहब्बत सिर्फ देखने से नहीं,कभी कभी बातो से भी हो जाती है…
जिन पर लुटा चूका था
जिन पर लुटा चूका था मैं दुनिया की दौलतें
उन वारिसों ने मुझको कफ़न नाप कर दिया….
मुश्किलें आयीं मगर
मुश्किलें आयीं मगर लौट गयीं उलटे पाँव
कोई ऐसा भी है जो मुझको दुआ देता है!
सिर्फ पछतावे के
सिर्फ पछतावे के कुछ हाथ नहीं है आता
वक़्त बेकार में जो अपना गँवा देता है!
बात हुई थी
बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की
बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गयी
रहेगा किस्मत से
रहेगा किस्मत से यही गिला जिन्दगी भर,
कि जिसको पल-पल चाहा उसी को पल-पल तरसे…
एहसासों की नमी
एहसासों की नमी होना जरुरी है हर रिश्ते में…..
रेत सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है…..
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें सिर्फ सजावट बयाँ करती है,
किस्मत अगर मालूम होती तो मेहनत कौन करता।
परिंदों ने नहीं
परिंदों ने नहीं जाँचीं कभी नस्लें दरख्तों की
दरख़्त उनकी नज़र में साल या शीशम नहीं होता