सबके लिए अलग अलग मायने रखता हूँ…
कोई “ज़रुरत” तो कोई और “आदत” बुलाता है मुझे!.
Category: Shayri
ख्वाब बोये थे
ख्वाब बोये थे, और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में ,
“यारों” बहुत घाटा है..
ज़िन्दगी देने वाले यूँ
ज़िन्दगी देने वाले यूँ मरता छोड़ गए,
अपनापन जताने वाले यूँ तनहा छोड़ गए,
जब पड़ी जरुरत हमें अपने हमसफ़र की,
तो साथ चलने वाले अपना रास्ता मोड़ गए।
आवारगी के शौक में
आवारगी के शौक में अब ये भी याद नहीं
कि किस मोङ पर खुद को छोङ आया हूँ…!!!
पहली मोहब्बत हमेशा
पहली मोहब्बत हमेशा ग़लत इंसान से होती है,
और दूसरी मोहब्बत हमेशा सही
इंसान से ग़लत वक़्त पर हो जाती है ।।
मिट्टी की पकड़
मिट्टी की पकड़ बहुत मज़बूत होती है,
संगे मरमर पर तो पाँव ही फिसला करते है..!!
पानी से तसवीर
पानी से तसवीर कहां बनती है ख्वाबों से तकदीर
कहां बनती है किसी से प्यार करो
तो सच्चे दिल से क्य़ॊंकि यह
जिंदगी फिर कहां मिलती है …
एक उसूल पर
एक उसूल पर गुजारी है जिदंगी मैने,
जिसको अपना समझा उसको कभी परखा नही…
बार बार कर सकते है
किसी को माफ़ तो
बार बार कर सकते है ,
मगर भरोसा बार बार
नहीं कर सकते…. ।।
आदमी के ख्वाईशो
आदमी के ख्वाईशो की इंतहा नहीं
दो गज़ जमीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद|