कल किसी और ने खरीद लिया
तो शिकायत न करना,
इसलिए आज हम सबसे पहले
तेरे शहर मे बिकने आये है|
Category: Shayri
तफसीले छोड़ो
तफसीले छोड़ो…बस इतना सुनो…….
तुम बिछड़ गए…हम बिखर गए..!!
नज़र झुका के
नज़र झुका के जब भी वो गुजरे हैं करीब से..
हम ने समझ लिया कि आदाब अर्ज़ हो गया ..
सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे
सदाबहार हैं ख्वाब तुम्हारे ,
न कोई पतझड़ , न कोई बसंत इनका….
बदलते इंसानों की बातें
बदलते इंसानों की बातें हमसे न पूँछो यारों,
हमने हमदर्द को भी हमारा दर्द बनते देखा है!
बर्बाद-ए-मोहब्बत
बर्बाद-ए-मोहब्बत की दुआ साथ लिए जा….
टूटा हुआ इक़रार-ए-वफ़ा साथ लिए जा…
कुछ दर्द के मारे हैं
कुछ दर्द के मारे हैं कुछ नाज़ के हैं पाले….
कुछ लोग हैं हम जैसे कुछ लोग हैं तुम जैसे….
इतना तनहा पाया
तेरे बाद खुद को इतना तनहा पाया,
जैसे लोग हमें दफना के चले गए हो !!
पुरानी चींजे बदलने की
अपनी आदत नही है पुरानी चींजे बदलने की …
हम सादगी पे मरने वाले जाहिल लोग है |
वो गुनगुनाते है
मेरी शायरी अक्सर वो गुनगुनाते
है बंद है मेरी बोल चाल जिनसे..