मेरी मोहब्बत ही देखनी है तो गले लगाकर देखो
अगर धडकन ना रूक गयी तो मोहब्बत ठुकरा देना
Category: Shayri-E-Ishq
वक्त नहीं है
वक्त नहीं है किसी के पास
जब तक न हो कोई मतलब खास
मै लफ़्जो से
कैसी बाते करते हो मै लफ़्जो से भी ना खेलू ,
जमाना तो दिलो से खेलता है…!!
तेरी यादें मुझे..
सिसकियाँ लेता है वजूद मेरा ‘गालिब’…,
नोंच नोंच कर खा गई तेरी यादें मुझे…।
जिंदा रहने के लिए
जहर …
मरने के लिए थोडा सा.. !
लेकिन
जिंदा रहने के लिए ……. बहुत
सारा पीना पड़ता है
जीभ में एक
जीभ में एक भी हड्डी नहीं होती
फिर भी
यही जीभ इंसान की सारी हड्डियां तुड़वाने
की “ताक़त” रखती हैं..!!
वैसी ही रातें
वैसे ही दिन,वैसी ही रातें,वही रोज़ का फ़साना लगता है…
अभी चार दिन नहीं गुजरे,साल अभी से पुराना लगता है..
कोई अल्फ़ाज़ चुरा के
एक शायर के घर चोरी हुई,
कोई अल्फ़ाज़ चुरा के ले गया….
तू अन्धा है
ऐ इश्क मै सुना था कि तू अन्धा है ..
फ़िर रास्ता मेरे दिल का बताया किसने
दिल्ली की तरह
काश मोहब्बत भी दिल्ली की तरह होती ।,,
एक दिन वो करती , एक दिन उसकी सहेली ।।