तुम्हे पहली बार होंठों से लगाया तो ये एहसास हुआ…
हर नशे को बोतल में क़ैद करना मुमकिन नहीं
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुम्हे पहली बार होंठों से लगाया तो ये एहसास हुआ…
हर नशे को बोतल में क़ैद करना मुमकिन नहीं
जिंदगी एक सफर है आराम से चलते चलो…
उतार चढ़ाव तो आते रहेगे..
बस गियर बदलते रहो…
रिश्ते मौके के नहीं,
भरोसे के मोहताज होते है।
धीरे धीरे बहुत कुछ बदल रहा है,
लोग भी…रिश्ते भी…और कभी कभी हम खुद भी
फिर नहीं बसते वो दिल जो इक बार टूट जायें…
कब्रें कितनी ही सँवार लो लोग जिंदा नहीं हुआ करते….
उन्होंने वक़्त समझ कर
.गुज़ार दिया हमको,
और हम उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं
इसी बात ने उसे शक में डाल दिया हो शायद..
इतनी मोहब्बत..
उफ्फ… कोई मतलबी हीं होगा
जो दिल के आइने मे हो, वही होता है प्यार के
काबिल,
वरना दीवार के काबिल तो हर तस्वीर होती है!!
हसरते पुरी ना हो तो ना सही,
ख्वाब देखना तो कोई गुनाह नही|
सामने होते हुए भी तुझसे दूर रहना,
बेबसी की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी..