शौक़ कहता है हर जिस्म को सजदा कीजिए,
आँख कहती है तूने अभी देखा क्या है?
Category: Shayri-E-Ishq
बख्शे हम भी न गए
बख्शे हम भी न गए, बख्शे तुम भी न जाओगे..
वक्त जानता है, हर चेहरे को बेनकाब करना..
ये ना समझना कि
ये ना समझना कि खुशियो के ही तलबगार है हम..
तुम अगर अश्क भी बेचो तो उसके भी खरीदार है हम..
तूने मेरी मोहब्बत की
तूने मेरी मोहब्बतकी इंतेहा को समझा ही नहीं..
तेरे बदन से दुपट्टा भी सरकता था तो हम अपनी निगाह झुका लेते थे..
मत पहनाओ इन्हें
मत पहनाओ इन्हें मनचाहा लिबास
रिश्ते तो बिना श्रृगांर ही अच्छे लगते हैं…
अजब हाल है
अजब हाल है, तबियत का इन दिनो,
ख़ुशी ख़ुशी नहीं लगती और गम बुरा नहीं लगता !!
फांसलो का अहेसास
फांसलो का अहेसास तो तब हुआ,
जब मैंने कहा मैं ठीक हूँ और उसने मान लिया !!
हम इश्क के
हम इश्क के फ़कीर प्यारे
छीनकर ले जायेंगे…
दिल की धड़कने तुम्हारी
तू इतना प्यार कर
तू इतना प्यार कर जितना तू सह सके,
बिछड़ना भी पड़े तो ज़िंदा रह सके !!
सब कुछ है
सब कुछ है नसीब में, तेरा नाम नहीं है
दिन-रात की तन्हाई में आराम नहीं है
मैं चल पड़ा था घर से तेरी तलाश में
आगाज़ तो किया मगर अंजाम नहीं है
मेरी खताओं की सजा अब मौत ही सही
इसके सिवा तो कोई भी अरमान नहीं है
कहते हैं वो मेरी तरफ यूं उंगली उठाकर
इस शहर में इससे बड़ा बदनाम नहीं है….