दर्द की भी अपनी ही एक अदा है…वो भी सिर्फ सहने वालों पर ही फिदा है..
Category: Shayri-E-Ishq
दूर हो जाने की तलब है
दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा बस याद रहे की मुड़कर देखने की आदत इधर भी नही!!
हर मर्ज का इलाज
हर मर्ज का इलाज मिलता नहीं दवाखाने से,
अधिकतर दर्द चले जाते हैं सिर्फ मुस्कुराने से..
बाजार सब को तौलता है
बाजार सब को तौलता है अब तराजू में,
फन बेचते अपना यहाँ फनकार भी देखे।
काश कोई अपना हो
काश कोई अपना हो , आईने जैसा !
जो हसे भी साथ और रोए भी साथ…
समझदार हो गयी है
मोहब्बत अब समझदार हो गयी है, हैसियत देख कर आगे बढ़ती है….
उसकी हर एक शिकायत
उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही,
.
अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है!
इतनी तो तेरी सूरत भी
इतनी तो तेरी सूरत भी नहीं देखी मैने,
जितना तेरे इंतज़ार में घड़ी देखी है !!
मत किया कर
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत
इतनी..!!जो लोग बात नहीं करते वो प्यार क्या
करेंगे…!!
तुम ही तुम दिखते हो
तुम ही तुम दिखते हो हमें कुछ हुआ तो जरूर है,
ये आइनें की भूल है या मस्त निगाहों का कसूर है !!