तुम दिल में रहो इतना ही बहुत है,
मुलाकात की हमें इतनी जरूरत भी नहीं है !!
Category: Shayri-E-Ishq
मुझे नशा है
मुझे नशा है तुम्हे याद करने का
और,
ये नशा में सरेआम करता हूँ..
सब्र बड़ा ऊँचा हुनर है
सब्र बड़ा ऊँचा हुनर है हरेक को नही आता,
तेरी खामोशियाँ मेरा ये हुनर भी लिए जाती है.
रोकना मेरी हसरत थी
रोकना मेरी हसरत थी और
जाना उसका शौक..
वो शौक पूरा कर गई मेरी
हसरतेँ तोड़ कर.!
कुछ इस तरीक़े से
कुछ इस तरीक़े से लिपटी थी फूल से तितली
पता चला ना किसे कौन प्यार करता है।
मशहूर होने वाले
मशहूर होने वाले हो तुम..
मैने भूला दिया है तुम्हे..
हाथ की नब्ज़
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये…
तेरे अल्फाजों से
तेरे अल्फाजों से थे जो …शिकवे…
हमने तेरे लबो से लड़कर मिटा दिए|
किसी से जुदा होना
किसी से जुदा होना अगर इतना आसान
होता ,
तो….
जिस्म से रूह को लेंने कभी फरिस्ते
ना आते !!
क्यों किसी से
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है!
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है!
लगने लगते है अपने भी पराये!
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है!