इक ये ‘कोशिश’, कि कोई देख ना ले ‘दिल के जख्म’….
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इक ‘ख्वाहिश’ ये कि ‘काश’ कोई देखने वाला होता………..
Category: Shayri-E-Ishq
जिंदगी की हकीकत
जिंदगी की हकीकत को बस इतना जाना है….
रोना है अकेले ही, और हंसने में जमाना है…!
शक़ गया होगा
तुम्हारा सिर्फ़ हवाओं पे शक़ गया होगा,
चिराग़ ख़ुद भी तो जल-जल के थक गया होगा”..
गरीबों का प्यार
प्यार-व्यार के चक्कर में पड़ने से पहले पैसे कमा लेना,
गरीबों का प्यार अक्सर चौराहे पर नीलाम
हो जाता है …!!!
मुहब्बत कर ली है
फिजाये जब झूमती है , ऐसा लगता है
तुमने मुझ पर इनायत कर दी है ।
प्रीत में तुम्हारे सजते है ,तो ऐसा लगता है
…. तुमसे मुहब्बत कर ली है ।
तेरा नशा इस कदर रच बस सा गया है
… मेरी रूह में , ऐ हमदम !
नाम तुम्हारा लेते है तो ,ऐसा लगता है
खुदा की इबादत कर ली है..
सस्ता न समझ
सस्ता न समझ ये इश्क़ का सौदा पगली,
तेरी हँसी के बदले पूरी जिंदगी दे रहा हूँ…….
मुश्किल वक़्त पे
मुझे जानू कहने वाली गर्ल फ्रेंड
नही भी मिली तो चलेगा पर…….
मुश्किल वक़्त पे भाई कहने वाला दोस्त होना चाइये….
नही है शिकवा
नही है शिकवा हमे किसी की बेरुखी से..
शायद हमे ही नही आता दिलो में घर बनाना..
मेरे हर किस्से में
मेरे हर किस्से में तुम आते हो !!!
पर मेरे हिस्से में कब आओगे ?
मोहब्बत ना हुई..
किस्मत ही मिली थी ऐसी .. कि चैन से जीने
कि सूरत ना हुई,
जिसे चाहा उसे पा न सके .. जो मिला उससे
मोहब्बत ना हुई…!!