Har Shakhs Hota Hai
Kisi Na Kisi
Hunar Ka Sikandar ..
Magar Kambakhat
Ye Haalaat
Wafa Nahi Karte
Category: Shayari
रहना ज़िंदगी से
“ये इक दिन मौत से सौदा करेगी,
जरा…होशियार रहना ज़िंदगी से”..
क्या हसीन इत्तेफाक़
क्या हसीन इत्तेफाक़ था तेरी गली में आने का.,
किसी काम से आये थे, किसी काम के ना रहे..
kahkar kalam meri
Ruk gayi aaj ye kahkar kalam meri,
ehsaas kimti hai,
zara kam kharch karo..
छोटे से जख्म
वक़्त नूर को बेनूर बना देता है!
छोटे से जख्म को नासूर बना देता है!
कौन चाहता है अपनों से दूर रहना पर वक़्त सबको मजबूर बना देता है!
विश्वास भी सिर्फ तुम
तुम क्या जानो
कहाँ हो तुम
मेरे दिल में
मेरी हर धड़कन में
हर निगाह
जो दूर तलाक जाती है
हर आशा
जो पूरा होना चाहती है
तुम क्या जानो
क्या हो तुम मेरे लिए
मेरी हर पल की आस
मेरा विश्वास
ज़िन्दगी की बैचेन घड़ियों में
जिन्दा रहने को
पुकारती हुई तुम
मेरे करीब….हर पल
तुम ही तुम हो
मेरे लिए ये विश्वास भी
सिर्फ तुम…
शायरी करोगे जनाब
मेरे दर्द का जरा सा हिस्सा लेकर देखो।
सदियो तक शायरी करोगे जनाब।
लगता चला गया
दिल भी न जाने किस किस तरह ठगता चला गया….
कोई अच्छा लगा और बस लगता चला गया…………
aawaz se teri..
Hal to puch luu tera par darta hu aawaz se teri..
Jab jab suni he kambakt mahoobat hi hui he..
mahbub bana lete hai..
Hamse bhulaya nahi jaata ek uska pyaar,
log jigar vale hai, jo roj naya mahbub bana lete hai..