मुद्दतों से उसके इंतजार में हुँ,
कही पढ़ लिया था कि सच्ची मोहब्बत लौटकर आती है
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मुद्दतों से उसके इंतजार में हुँ,
कही पढ़ लिया था कि सच्ची मोहब्बत लौटकर आती है
ज़िस्म की दरारों से रूह नज़र आने लगी
बहुत अंदर तक तोड़ गया इश्क़ तेरा
दो ही गुज़रे हैं वक़्त कठीन
एक तेरे आने से पहले एक तीरे जाने के बाद
क्या मिला तुझें मेरा ना होकर
तु रह भी नही पायेगा पूरा,किसी और का होकर
राज की बात
दर्द जब मीठा लगने लगे तब समझ जाइये…
कि आपने जीना सीख लिया है..
राज ए उल्फत का तजूरबा तो हो
तेरा दिल मुझपे आशियाना तो हो
चांद निकलेगा रोज मेरे
घर में हुस्न जैसा कोई आईना तो हो |
सुना है मद भरी नज़रें तेरी पीने नहीं देती
इज़ाज़त हो तो हम नज़रे मिला के देख लेते हैं.!!
भले ही मुजे देखकर कुछ बोलती नही मगर…..
सोचती तो होगी कि आ गया मेरा आशिक..!!
दिलों में खोट है जुबा से प्यार करते हैं,
बहुत से लोग दुनिया में सिर्फ यही व्यापार करते हैं
कल के दिन सभी भारतीय थे …
आज फिर से अपने अपने धर्म में चले गए …..
कडवा सच