मीठी सी ठंढक है आज इन हवाओं में,
तेरी याद से भरा दराज शायद खुला रह गया..
Category: Shayari
दीवाने लोग मेरी
दीवाने लोग मेरी कलम चूम रहे है
तुम मेरी शायरी में वो असर छोड़ गई हो
सपनॊं के बिन
सपनॊं के बिन जैसे आँखॊं की कीमत कॊई ना,
बस ऐसे ही हूँ मै तेरे बिन मेरी चाहत कॊई ना ॥
कितनी है कातिल ज़िंदगी
कितनी है कातिल ज़िंदगी की ये आरज़ू….!!
मर जाते हैं किसी पे लोग, जीने के लिये….!!
दिल तो तब
दिल तो तब खुश हुआ मेरा जब उसने कहा
तुम्हे छोड़ सकती हूँ माँ-बाप को नही
बुरे आदमी के
बुरे आदमी के साथ भी भलाई करनी चाहिए –
कुत्ते को रोटी का एक टुकड़ा डालकर उसका मुंह बंद करना ही अच्छा है..
मीजाज ए मोसम
क्या मीजाज ए मोसम है यारो
हम कुलर ठीक करवा रहे है
ओर
जरुरत फीर से हीटर की है
Janab mat puchiye
Janab mat puchiye hadd hamari gustakhiyan ki, hum aaina zameen par rakh kar aasman kuchal diya karte hain….
अहमियत देता हूँ
मैं अपनी ‘ज़िंदगी’ मे हर किसी को
‘अहमियत’ देता हूँ…क्योंकि
जो ‘अच्छे’ होंगे वो ‘साथ’ देंगे…
और जो ‘बुरे’ होंगे वो ‘सबक’ देंगे…!
कोइ बिखर जाता है
बुरा वक्त सब पर आता है,
कोइ बिखर जाता है,
तो कोइ निखर जाता है…