अब तो बड़ा मुश्किल काम दे दिया किस्मत ने मुझको,
कहती है तुम तो सबके हो गए अब ढूंढो उनको जो तुम्हारे है।
Category: Shayari
हमको क़तरा कहकर
हमको क़तरा कहकर हँसना ठीक नहीं
यार समंदर हम भी पानी वाले हैं
रोकने में क्यों लगी है
रोकने में क्यों लगी है दुनिया…
इश्क़ है, फ़साद थोड़ी है साहब!!
पढ़ने वालों की कमी
पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में,नहीं तो गिरता हुआ एक-एक आँसू पूरी किताब है!!
आओ बैठो करीब मेरे
आओ बैठो करीब मेरे कुछ तो बात करो,मैं हूँ ख़ामोश गर तो तुम ही शुरुआत करो…
छोडो बिखरने देते हैं
छोडो बिखरने देते हैं ज़िंदगी को..
आखिर समेटने की भी एक हद होती है…
तारीफ़ करने वाले
तारीफ़ करने वाले बेशक आपको पहचानते होंगे,
मगर फ़िक्र करने वालो को आपको ही पहचानना होगा
जब मोहब्बत बेहिसाब की तो
जब मोहब्बत बेहिसाब की तो जख्मों का हिसाब क्या करना?
अक्ल कहती है मारा जाएगा, दिल कहता है देखा जाएगा।
सोचा था घर बना कर
सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..
पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला
एक युग था
एक युग था आँसूओं से मैल धो लेते थे सब…
अब जरा सी बात पर खंज़र भी है, पत्थर भी है..