मेरे दिल में उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं,,
जब वो मुस्करा के पूछती हैं, नाराज़ हो क्या…?
Category: Sad Shayri
चर्चे इस मुलाकात के
चर्चे इस मुलाकात के हर बार सुनाई देंगे।आज मेरी छत पे एक साथ दो चाँद दिखाई देंगे।
जब मोहब्बत हुई थी
जब मोहब्बत हुई थी तो लगा किसी
अच्छे काम का सिला है,
खबर न थी की बेगुनाहों को ऐसे
भी सजा मिलती है !!
लोग कहते हैं
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!!
मैंने तो बिना सोचे
मैंने तो बिना सोचे मोहब्बत की है तुमसे,
सोच के किया जाये उसे तो फरेब कहते है !!
उनके लौट आने की
आज भी उनके लौट आने की आस बाकी है,
वो जबतक ना मिलेंगे ये सांस बाकी है,
हर एक सांस में उनका एहसास बाकी है,
उनके दूर जाते कदमों की आवाज़ बाकी है,
.
.
वो नहीं भूले होंगे हमें,
अभी ये विश्वास बाकी है।।
कमबख्त दिल भी
कमबख्त दिल भी कमाल करता है
जब खाली खाली होता है, भर आता है!!
इस वास्ते चुप हूँ…
मैं तो इस वास्ते चुप हूँ…के तमाशा ना बने,
और वो सोचते है , मुझे गिला कुछ भी नहीं
काश यह जालिम जुदाई
काश यह जालिम जुदाई न होती!
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती!
न हम उनसे मिलते न प्यार होता!
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती!
गैरों ने मारा
गैरों ने मारा या अपनों ने क्या फर्क पड़ता है
मरना तो मुझे ही हर बार पड़ता है|