कहने वालों का

कहने वालों का कुछ नहीं जाता​;
सहने वाले कमाल करते हैं;
कौन ढूंढें जवाब दर्दों के​;​
लोग तो बस सवाल करते है।

बेवफा से भी

बेवफा से भी प्यार होता है ।
यार कुछ भी हो यार होता ।।
जो हखीकत मे प्यार होता है।
ऊमर मे एक बार होता है।।

कभी हम भी

कभी हम भी हँसते खेलते और मुस्कुराते थे, ज़नाब….

ये इश्क़ की आदत ने सब कुछ बदल के रख दिया|