कहने वालों का कुछ नहीं जाता;
सहने वाले कमाल करते हैं;
कौन ढूंढें जवाब दर्दों के;
लोग तो बस सवाल करते है।
Category: Sad Shayri
बेवफा से भी
बेवफा से भी प्यार होता है ।
यार कुछ भी हो यार होता ।।
जो हखीकत मे प्यार होता है।
ऊमर मे एक बार होता है।।
तेरे होंठों ने
तेरे होंठों ने जो ग़ज़ल लिखी थी गर्दन पर मेरी,
आज भी हाथ फेरता हूँ तो निशान उभर आते हैं..
पूछा हाल शहर का
पूछा हाल शहर का तो मुस्कुरा के बोलें…
लोग तो जिंदा हैं ज़मीरों का पता नहीं…।
बहुत ख़ामोशी से
बहुत ख़ामोशी से टूट गया…
वो एक भरोसा जो उस पे था.!!!!
मोहब्बत क्या होती है
मोहब्बत क्या होती है,
हमने कर के बताया तो कहते हैं. अरे,ये तो हम कर चुके पहले भी!!!
कितने अंदाज से
कितने अंदाज से किया “नजर अंदाज” उसने !
ऐ खुदा” उसके इस अंदाज को “नज़र” ना लगे !!
कभी हम भी
कभी हम भी हँसते खेलते और मुस्कुराते थे, ज़नाब….
ये इश्क़ की आदत ने सब कुछ बदल के रख दिया|
रोज ढलता हुआ
रोज ढलता हुआ सूरज कहता है मुझसे,
आज उसको बेवफा हुए एक दिन और बीत गया ।
मेरी धड़कनों को छूकर
देखो..! मेरी धड़कनों को छूकर.. और परेशां ना करो..
ये लडखडा जाती हैं.. तुम्हारा ख़याल भर आ जाने से.