क़त्ल तो मेरा

क़त्ल तो मेरा उसकी निगाहों ने ही किया था,
पर संविधान ने उन्हें हथियार मानने से इंकार कर दिया !!

वास्ता नही रखना

वास्ता नही रखना तो फिर …

मुझ पे नजर क्यूं रखते हो …

मैं किस हाल में जिंदा हूँ …

तुम ये खबर क्यूं रखते हो …