कोशिश तो रोज़ करते हैं के वक़्त से समझौता कर लें….
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कम्बख़्त दिल के कोने में छुपी उम्मीद मानती ही नहीं…
Category: Sad Shayri
अपने साथ मेरी नींद भी
अपने साथ मेरी नींद भी ले गए,
फिर ये साँसों पर मेहरबानी क्यों…
मोहब्बत रूह में
मोहब्बत रूह में उतरा हुआ मौसम है …..
ताल्लुक कम करने से मोहब्बत कम नहीं होती….
इंसान ना कुछ
इंसान ना कुछ हंसकर सीखता है
ना कुछ रोकर सीखता है
जब भी कुछ अलग सीखता है तो,
या तो किसी का होकर सीखता है…
या फिर किसी को खोकर सीखता है…!!!
वो वक्त मेरा नही था
वो वक्त मेरा नही था, इसका मतलब ये नही के वो इश्क नही था|
बहुत आसान है
बहुत आसान है पहचान इसकी….,
अगर दुखता नहीं है तो “दिल” नहीं है….।
मुआवजे की अर्जी
हमने भी मुआवजे की अर्जी डाली है दोस्तों,
उनकी यादों की बारिश ने
काफ़ी नुकसान पहुँचाया है !!…
यूँ गुमसुम मत बैठो
यूँ गुमसुम मत बैठो पराये से लगते हो,
मीठी बातें नहीं करना है तो चलो झगड़ा ही कर लो…!!
इस तरह छूटा घर
इस तरह छूटा घर मेरा मुझसे…
मैं घर अपने आकर,अपना घर ढूँढता रहा…
नजर झुका के
नजर झुका के जब भी वो,गुजरे है करीब से….
हम ने समझ लिया की आज का आदाब अर्ज हो गया.