हम रोऐ भी …..तो वो जान ना सके….
और वो ….उदास भी हुऐ …..तो हमें खबर हो गई
Category: Sad Shayri
बच्चों के छोटे हाथों को
बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दो
चार किताबें पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे|
कुछ ऐसी भी
कुछ ऐसी भी गुज़री हैं तेरे हिज्र में रातें
दिल दर्द से ख़ाली हो मगर नींद न आए
एक अरसे से
एक अरसे से मुयासिर ही नहीं है वो लफ्ज़ ,
जिसे लोग करार कहते हैं …!!
उसको मालूम कहाँ
उसको मालूम कहाँ होगा, क्या ख़बर होगी,
वो मेरे दिल के टूटने से बेख़बर होगी,
वक़्त बीतेगा तो ये घाव भर भी जाएँगे,
पर ये थोड़ी सी तो तकलीफ़ उम्र भर होगी…
हम रोऐ भी ….
हम रोऐ भी …..तो वो जान ना सके….
और वो ….उदास भी हुऐ …..तो हमें खबर हो गई|
उस रास्ते पर
भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो रास्ता आसान होता है
लेकिन यह जरुरी नहीं कि भीड़ हमेशा सही रास्ते पर
चले इसलिए आप अपने रास्ते खुद चुनिए
क्योंकि आपको आपसे बेहतर और कोई नहीं जानता..
मय को मेरे सुरूर से
मय को मेरे सुरूर से हासिल सुरूर था,
मैं था नशे में चूर नशा मुझ में चूर था…
इश्क़ की दुनिया में
इश्क़ की दुनिया में क्या क्या हम को सौग़ातें मिलीं,
सूनी सुब्हें रोती शामें जागती रातें मिली…
जो हम पे गुज़री है
जो हम पे गुज़री है शायद सभी पे गुज़री हो,
फ़साना जो भी सुना कुछ सुना सुना सा लगा…