ए खुदा माना हर इन्सान कि ज़िन्दगी कि
किताब आपने लिखी है।
पर कुछ पन्नो पर तो ये लिख देते
“As U Wish”
Category: Sad Shayri
टिफिन लिए दफ्तरों
टिफिन लिए
दफ्तरों की तरफ बढ़ते लोग,
इनमें खाना नहीं फिक्र भरी है ढेर
सारी..!!
Tum Se Milne
Tum Se Milne Ki Tamana Tu Kab Se Dil
Main Thi…!!!
!!!…Meri Hasrat, Teri Fursat Ki Talabgaar Hi
Rahi….
रात के गुल्लक
रात के गुल्लक में…
तुम्हारे….
ख्वाबो के सिक्के….
जमा करता हूं …!!
होगी कितनी चाहत
होगी कितनी चाहत
उस दिल मे…जो खुद ही मान
जाये, कुछ पल खफा होने के बाद…!!!
फोड़ देती है
फोड़ देती है अपना
गुल्लक भी भाई की खुशियों के लिये
भगवान के अलावा बहनें भी मनोकामना पूर्ण करती है
जरा सम्भल के
जरा सम्भल के रहना
उन इंसानो से दोस्तों…
जिन के दिल मे भी
दिमाग होता है…!!
तेरे बग़ैर इश्क़
तेरे बग़ैर इश्क़ हो तो
कैसे हो
इबादत के लिए ख़ुदा भी तो ज़रूरी होता है…..
कहाँ छुपा के
कहाँ छुपा के रख दूँ मैं
अपने हिस्से की शराफत !
जिधर भी देखता हूँ !! उधर बेईमान खड़े हैं !
अभी तो तड़प
अभी तो तड़प-तड़प के
दिन के उजालों से निकला हू…
.
न जाने रात के अँधेरे और कितना रुलायेंगे.