मेरा प्यास बेहद है साक़ी अगर शराब नहीं है तो जहर ही दे दे |
Category: Sad Shayri
मौत की अफवाह
आता है कौन कौन मेरा गम को बाटने,
मोहसिन तू मेरी मौत की अफवाह उडा के देख …..!!
कितना ही मुश्किल
किसी की आस बनकर फिर उसे तन्हा नहीं करते,
भले कितना ही मुश्किल हो, सफर छोङा नहीं करता..
मोहब्बत तो पाक थी
मोहब्बत तो पाक थी है और रहेगी
शर्मिंदा तो इसे खोखले रिवाज़ों और दोगले लोगों
ने कर रखा है
मुझे भी आरक्षण चाहिए
मुझे भी आरक्षण चाहिए इश्क की इस दुनिया में !
पेशा मुहब्बत है और जात से आशिक हूँ..!
दिखावे की मोहब्बत
दिखावे की मोहब्बत तो जमाने को हैं हमसे पर…,, ये
दिल तो वहाँ बिकेगा जहाँ ज़ज्बातो की कदर
होगी !!
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने
तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे मगर,
हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो….!!
कोई इल्ज़ाम रह गया
कोई इल्ज़ाम रह गया हैं, तो वो भी दे दो
हम तो पहले से बुरे थे, अब थोड़े और सही..
कभी नीम सी
कभी नीम सी जिंदगी ।।
कभी नमक सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक शहद सी जिंदगी ।।
कभी पत्थर सी जिंदगी ।।
कभी काँटों सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक मुलायम सी जिंदगी ।।
कभी तपती सी जिंदगी ।।
कभी गीली सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सलोनी सी जिंदगी ।।
कभी भागती सी जिंदगी ।।
कभी रूकती सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सुकून सी जिंदगी ।।
कभी सफ़ेद सी जिंदगी ।।
कभी काली सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक रंगीन सी जिंदगी ।।
कभी पराई सी जिंदगी ।।
कभी बेगानी सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक अपनी सी जिंदगी ।।
कभी दिखावे सी जिंदगी ।।
कभी झूठी सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सच्ची सी जिंदगी ।।
यादे पुरानी रह गयी
तेरी मुहब्बत अब बस कहानी रह गयी
शहर छूट गया यहाँ यादे पुरानी रह गयी
कोई पूछे जो “सोनी” की खैरियत तो ,
कहना वह दीवाना था और उस की दीवानगी रह गयी