वो छोड़ के गए हमें न जाने उनकी क्या मजबूरी थी; खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं ; ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।
Category: Sad Shayri
तुम उदास क्यों हो
लोग तो लिखते रहे मेरी आँखों पर गज़ले, तुमने इतना भी ना पूछा, “तुम उदास क्यों हो”
मै खुश तो हूँ
कही दर्द की झीले, तो कही लहजे की करवटेँ.. उससे कहना मै खुश तो हूँ, मगर मेरा हर लफ़्ज रोता है..!
तुमने इतना भी
लोग तो लिखते रहे मेरी आँखों पर गज़ले, तुमने इतना भी ना पूछा, “तुम उदास क्यों हो”
जहर भी खरीदेंगे
इस जहां में फिरता है हर कोई ईमानदारी जेबें में रखकर दोस्तों अब तो जहर भी खरीदेंगे तो अपनी जुवां से चखकर
तुझसे ए जिन्दगी
शिकायते तो बहुत है तुझसे ए जिन्दगी; पर जो दिया तूने, वो भी बहुतो को नसीब नही….
जिंदगी मे चुनौतियाँ
जिंदगी मे चुनौतियाँ हर किसी के हिस्से नहीं आती, क्यूंकि किस्मत भी किस्मत वालो को ही आज़माती है..
मुझे महमान देखने आए
हँसी तो उस वक्त आई जब मुझे महमान देखने आए और पापा बोले हमारो नानो मंदसोर भनीरियो हे नोकरी लगया बाद सगई करागा मेने सौचा कुँवारा राखेगा
तेरी गली में चाहे
आएंगे तेरी गली में चाहे देर क्यों ना हो जाए मोहब्बत तुझसे ही करेंगे चाहे जेल क्यों ना हो जाए
मेरा दिन खराब है
तेरी याद से शुरू होती है मेरी हर सुबह, फिर ये कैसे कह दूँ कि मेरा दिन खराब है।