जब से वो मशहूर हो गये हैं,
हमसे कुछ दूर हो गये हैं…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जब से वो मशहूर हो गये हैं,
हमसे कुछ दूर हो गये हैं…
जब मरने का शौक़ था क़ातिल नहीं मिले
जब जान प्यारी हुई तो दुश्मन हज़ार हो गये।
ख़्वाबों को इश्क़ का एक जहाँ देते है,
चलो के अब नींद को आँखों में पनाह देते है..!!
ये जो तुम मेरा हालचाल पूछते हो,
बड़ा ही मुश्किल सवाल पूछते हो
यूँ रात-रात भर जाग कर, ख्वाब पूरे नहीं होते…
नादाँ है दिल, अभी इसे बहुत कुछ समझाना है
दराज़ भरता जा रहा है..
आधी अधूरी ख्वाहिशो से
था वो लाख गुनाहगार ज़माने की नज़र में..
मेरे लिये जज़्बात उसके पाक बहुत थे..!!
अपना इनाम लेकर ही मानेगा,
ये इश्क है जान लेकर ही मानेगा
एक तलाश तुम तक थी जो हो गयी पूरी,
अब तलाश अपनी है, मेँ कही मिलता नही..!!
इक नज़र ऐसी…कि बस पीता ही जाऊँ..!!