ये भी मुझे नही मालूम…
किस मोहल्ले में है मकान तेरा..
Category: Sad Bewafa Shayri
रहे दो दो फ़रिश्ते
रहे दो दो फ़रिश्ते साथ अब इंसाफ़ क्या होगा
किसी ने कुछ लिखा होगा किसी ने कुछ लिखा होगा
आज इतना महसूस किया
आज इतना महसूस किया खुद को
जैसे लोग दफन कर के चले गए हो मुझे|
वो एक ख़त
वो एक ख़त जो तूने कभी मुझे लिखा ही नहीं…?
देख मै हर रोज़ बैठ कर उसका जवाब लिखता हूँ….
खुश तो वो रहते हैं
खुश तो वो रहते हैं जो जिस्मो से मोहब्बत करते हैं,
रूह से मोहब्बत करने वालों को अक्सर तड़पते देखा है..
कुछ खास जादू नही है
कुछ खास जादू
नही है मेरे पास ,
बस्स बाते मै
दिल से करता हूँ !!
वक़्त बीतने के बाद
वक़्त बीतने के बाद अक़्सर ये अहसास होता है,
जो अधूरी छूट गयीं, वो ख्वाहिशें ज्यादा बेहतर थीं।
बस दिलों को
बस दिलों को जीतना ही
मकसद रखना दोस्तों,
वरना दुनिया जीतकर तो
सिकंदर भी खाली हाथ ही गया…..
सुकून और इश्क
सुकून और इश्क वो भी दोनों एक साथ !!
रहने दो जी, कोई अक्ल की बात करो ।।
भूल न जाऊं
भूल न जाऊं माँगना उसे हर नमाज़ के बाद,
यही सोच कर हमने नाम उसका दुआ रक्खा है।